बच्चों का मन तो अक्सर ही खेलकूद में लगा रहता है, ऐसे में वो पढ़ाई के बारे में सोच ही नहीं पाते. हालांकि कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो खेलकूद के साथ-साथ मन लगाकर पढ़ाई भी करते हैं और बड़े होकर न सिर्फ अपना बल्कि अपने माता-पिता का भी नाम रोशन करते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स की कहानी बताने जा रहे हैं, जो क्रिकेटर बनना चाहता था और उसने अंडर-19 क्रिकेट भी खेला था, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि उसने अपने करियर को ही मोड़ दिया और आईपीएस अधिकारी बन गया. इस पुलिस अधिकारी का नाम कार्तिक मधिरा है.
हैदराबाद में जन्मे और पले-बढ़े कार्तिक ने अंडर-13 से लेकर अंडर-15, अंडर-17 और अंडर-19 लेवल पर क्रिकेट खेला है, लेकिन बाद में वह यूपीएससी की तैयारी में लग गए और एग्जाम क्रैक कर आईपीएस बन गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्तिक ने निजी कारणों और चोट के कारण क्रिकेट छोड़ दी और अपने शानदार क्रिकेटिंग करियर को अलग दिशा दे दी.
JNTU से की है इंजीनियरिंग
भारतीय पुलिस सेवा में आने से पहले कार्तिक ने जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (JNTU) से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की थी. आईपीएस बनने से पहले उन्होंने एक कंपनी में 6 महीने तक नौकरी भी की थी, लेकिन फिर उन्हें लगा कि उन्हें सिविल सेवा में जाना चाहिए. फिर क्या, उन्होंने जी-जान लगाकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
चौथे प्रयास में मिली सफलता
अपने पहले तीन यूपीएससी प्रयासों में वह असफल रहे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगे रहे. इसका नतीजा ये निकला कि साल 2019 में अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया 103वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ.
UPSC परीक्षा में मिले थे 996 मार्क्स
आईपीएस कार्तिक मधिरा ने लिखित (मेंस) परीक्षा में 817 अंक और इंटरव्यू में 179 अंक हासिल किए थे यानी कुल मिलाकर उन्होंने 996 अंक हासिल किए थे. उन्हें महाराष्ट्र कैडर मिला है. फिलहाल वह लोनावला में एएसपी के पद पर कार्यरत हैं. हालांकि क्रिकेट के प्रति उनका जुनून कम नहीं हुआ है बल्कि जब भी उन्हें मौका मिलता है, वह क्रिकेट जरूर खेलते हैं.